संदेश

जनवरी, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

समय का महत्व

चित्र
समय का महत्व क्या समय में कोई परिवर्तन हुआ है ? नही, परिवर्तन इंसान में हुआ है | बदलती सदी के साथ इंसान बदल गया है| एक बार हम सोंचे कि, पहले जब हमारे पूर्वज हुआ करते थे तब ,कभी इस तरह की समस्या आती थी ? 24 घंटे तब भी थे, आज भी वो ही 24 घंटे है | समय के इस चक्र में परिवर्तन नही हुआ है| वह तब से अब तक, निरंतर चल रहा है | बीसवी सदी पूर्व ,कभी ऐसी समस्या नही आती थी कि, लोगो के पास समय नही हुआ करता था| जबकि ,तब सुख-सुविधा की कोई वस्तु उपलब्ध नही हुआ करती थी| मीलो दूर यात्रा करने के लिये ना ही, यातायात के साधन उपलब्ध होते थे , ना ही मनोरंजन के कोई साधन , ना ही विलासिता के कोई और साधन उपलब्ध थे| तब काम करने के लिए रात-रात भर जागना नही होता था| वास्तव में, तब जीवन ज्यादा सरल हुआ करता था क्यों कि, उस समय व्यक्ति का “जीवन घड़ी का गुलाम” नही था| बदलते वक्त के साथ ,जैसे-जैसे मशीनों का आविष्कार हुआ, कल-कारखानों का निर्माण हुआ, नौकरी का दौर शुरू हुआ, समय भागता चला गया| जिन्दगी मानो रेल की पटरी से तेज चलने लगी| पैसे कमाने की इस दौड़ में, सुख-सुविधा का सामान जुटाने में, व्यक्ति ने स्वयं को इतना व्यस

प्रात: स्मरणीय मंत्र

चित्र
🌅🔔🌿प्रात: स्मरणीय योग्य               👴🙏🙏 शुभ सुंदर मंत्र। संग्रह   🔹 प्रात: कर-दर्शनम्🔹 कराग्रे वसते लक्ष्मी करमध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्॥          🔸पृथ्वी क्षमा प्रार्थना🔸 समुद्र वसने देवी पर्वत स्तन मंडिते। विष्णु पत्नी नमस्तुभ्यं पाद स्पर्शं क्षमश्वमेव॥ 🔺त्रिदेवों के साथ नवग्रह स्मरण🔺 ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्च। गुरुश्च शुक्र: शनिराहुकेतव: कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्॥               ♥ स्नान मन्त्र ♥ गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वती। नर्मदे सिन्धु कावेरी जले अस्मिन् सन्निधिम् कुरु॥            🌞 सूर्यनमस्कार🌞 ॐ सूर्य आत्मा जगतस्तस्युषश्च आदित्यस्य नमस्कारं ये कुर्वन्ति दिने दिने। दीर्घमायुर्बलं वीर्यं व्याधि शोक विनाशनम् सूर्य पादोदकं तीर्थ जठरे धारयाम्यहम्॥ ॐ मित्राय नम: ॐ रवये नम: ॐ सूर्याय नम: ॐ भानवे नम: ॐ खगाय नम: ॐ पूष्णे नम: ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ॐ मरीचये नम: ॐ आदित्याय नम: ॐ सवित्रे नम: ॐ अर्काय नम: ॐ भास्कराय नम: ॐ श्री सवितृ सूर्यनारायणाय नम: आदिदेव नमस्तुभ्यं प्रसीदमम् भास्

निराश न हो, कविता,

चित्र
प्रेरक कविता : निराश न होना… एक चमकती किरण कई पुष्प खिला सकती है, क्षणभर की हिम्मत जीत का एहसास दिला सकती है। वे लोग जो असफलता से निराश हो अंधकार में जी रहे हैं, एक छोटी सी मुस्कान कितने ही दीप जला सकती है। इस दुनिया में कष्ट से कोई नहीं अछूता है, किसी न किसी दुख से भरी गागर है। हंसकर सहो तो कड़वी बूंदों के कुछ घूंट हैं, रोकर सहो तो दुखों का विशाल सागर है। जब असफलता की चोट लगे गहरी, तो सारा साहस बटोरकर, मुस्कुराहट ला सकते हो। हारे हुए मन को जीने का साहस दिलाकर, जीन की एक वजह से मिला सकते हो। तुमसे कोई जीवन की सीख ले सकता है, तुम्हें देखकर कोई और भी जी सकता है। गम को कभी कमजोरी न बनने देना, अपनी आंखों को कभी नम न होने देना। यहां जीवन जीकर सभी को मरना है, दो वक्त की रोटी से अपना पेट भरना है। फिर तकलीफों से क्यों डरता है दोस्त, भला निराश होकर भी क्या करना है

आज सुभाषचन्द्र बोस जयंती की अनेक अनेक बधाईयॉ

चित्र
आज से उन कविताओं को हम याद करेंगे और कुछ ऐसा करने का प्रयास करते रहेंगे जिससे इस देश की मिट्टी का कर्ज़ चुकाया जा सके। स्वतंत्रता की लड़ाई में शहीद हुए जितने भी स्वतंत्रता सेनानी रहे ये श्रृंख्ला उनके लिये है। अगर उनकी जैसी देशभक्ति का एक फ़ीसदी हिस्सा भी हममें आ जाये तो जीवन  धन्य हो जाये। इस कड़ी की शुरुआत हो रही है श्री गोपालदास व्यास की "खूनी हस्ताक्षर" से। वह खून कहो किस मतलब का जिसमे उबाल का नाम नहीं, वह खून कहो किस मतलब का आ सके देश के काम नहीं. वह खून कहो किस मतलब का जिसमे जीवन ना रवानी हैं, जो परवश होकर बहता हैं वह खून नहीं हैं पानी हैं. उस दिन दुनिया ने सही सही खून की कीमत पहचानी थी, जिस दिन सुभाष ने बर्मा में मांगी उनसे कुर्बानी थी. बोले स्वतंत्रता की खातिर बलिदान तुम्हे करना होगा, तुम बहुत जी चुके हो जग में लेकिन आगे मरना होगा. आज़ादी के चरणों में जो जयमाल चढ़ाई जायेगी, वह सुनो तुम्हारे शीशों के फूलों से गूँथी जायेगी. आज़ादी का संग्राम कही पैसे पर खेला जाता हैं , यह शीश काटने का सौदा नंगे सर झेला जाता हैं. आज़ादी का इतिहास कही काली स्याही लिख पाती है

शब्द संक्षेपण

सर्वाधिक लोकप्रिय फुल फॉर्म: कम्प्यूटर (COMPUTER): कॉमनली ऑपरेटिड मशीन पर्टिकुलरली यूज़ड फॉर टेक्नोलॉजी एजुकेशन एंड रिसर्च (सामान्यत: संचालित मशीन जिसे विशेष तौर पर प्रोधोगिकी, शिक्षा तथा अनुसंधान के लिए प्रयोग किया जाता है) (संगणक) डी.पी. (DP): डिस्प्ले पिक्चर (प्रदर्शित तस्वीर) एल.एल.बी. (LLB): बैचलर ऑफ़ लॉ (कानून में स्नातक) पुलिस (POLICE): प्रोटेक्शन ऑफ़ लाइफ इन सिविल एस्टाब्लिश्मेंट (अनाधिकारिक) ए.एम. (AM): एंट मेरीडियन (बिफोर नून) (पूर्वाह्न) पी.एम. (PM): पोस्ट मेरीडियन (आफ्टर नून) (अपराह्न) बी.सी. (BC): बिफोर क्राइस्ट (ईसा पूर्व) ए.डी. (AD): अन्नो डोमिनि (ईसवी) ए.टी.एम. (ATM): आटोमेटिक टेलर मशीन (स्वचालित टेलर मशीन) एस.एम.एस. (SMS): शोर्ट मेसेज सर्विसेज (लघु संदेश सेवा) एम.एम.एस. (MMS): मल्टीमीडिया मेसेजिंग सर्विसेज (मल्टीमीडिया संदेश सेवा) बी.एम.डब्ल्यू. (BMW): बवेरियन मोटर वर्क्स सीवी (CV): करिकुलम विटी (बायोडाटा) (व्यक्ति वृत्त) सी.डी.एम.ए. (CDMA): कोड डिवीज़न मल्टीप्ल एक्सेस (कूट विभाजन बहु अभिगम) सी.इ.ओ. (CEO): चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (मुख्य कार्य