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परीक्षा से 15 दिन पहले अपनाए ये उपाय तो हासिल होगा टॉप स्कोर

प्रत्येक स्टूडेंट का यह सपना होता है कि वह बोर्ड परीक्षा में अधिक से अधिक नंबर हासिल करे, जिससे उच्च शिक्षा के लिए उसकी राह कुछ आसान हो सके। देखा जाए तो जब भी बोर्ड परीक्षा की बात होती है, तो थोड़ा तनाव का होना स्वाभाविक है, मगर इस तनाव पर काबू पाने से ही बेहतर अंक हासिल किया जा सकता है। पेश है टॉप 10 टिप्स, जो विद्यार्थियों को एग्जाम फीवर से पार लगा सकता है।

(1) विषयों के स्वरूप को समझे

परीक्षार्थी विषय की रूपरेखा को समझे। प्रत्येक विषय का अपना लक्षण व स्वरूप होता है, ज़िसे पहचानना आवश्यक है। उदाहरण के लिए इतिहास और गणित का स्वरूप एक जैसा नहीं हो सकता। गणित जहां तथ्यपरक होता है, वहीं इतिहास विवरणीय होता है।

(2) समय सारणी का निर्माण

परीक्षार्थी दिनचर्या को नियमित करें। परीक्षा के दौरान आपकी समय-सारणी ऐसी हो जिसमें आपके शरीर को आराम भी मिल सके और अधिकतम समय पढ़ाई को दे सकें। योग, ध्यान और खेल-कूद का सहारा ले सकते हैं।

(3) एक साथ सब चीजें नहीं पढें

परीक्षा के दौरान बहुत सारी चीजों को एक साथ एवं एक ही दिन में पढ़ने से बचना चाहिए। आप प्रत्येक विषय को इकाई में विभाजित करें तथा एक दिन में आप एक विषय की एक इकाई का समग्र अध्ययन करें।

(4) महत्वपूर्ण बिंदुओं पर फोकस

जागरूकता के साथ अध्ययन करें। पिछले वर्षों के प्रश्न-पत्रों के प्रारूप की मदद लें और इस पर अमल भी करें। जरूरी बातों को संकलन के रूप में विकसित करना चाहिए तथा परीक्षा से कुछ दिन पहले सिर्फ उसी पर फोकस करना चाहिए।

(5) सैंपल पेपर का करें अभ्यास

कभी-कभी परीक्षार्थी परीक्षा कक्ष में जाते ही आत्मविश्वास खो देता है या कम हो जाता है। वे कन्फयूज्ड' होने लगते हैं। चूंकि,परीक्षा में अक्सर सवालों के जवाब स्टेप बाई स्टेप देने होते हैं। इसलिए सैंपल पेपर से उत्तर लिखने की भरपूर प्रैक्टिस करे, फिर अपने उत्तर को चेक भी कराएं।

(6) टिप्स लिखकर याद करें

परीक्षा के दौरान अहम टिप्स लिखकर उसको खाली समय में याद करना और चिंतन करना भी एक अच्छा मानसिक अभ्यास साबित होता है। यदि कभी किसी विषय में उलझन हो तो थोड़ा चहल-कदमी करन लेने से दिमाग को अराम पहुंचाता है। योग और प्राणायाम करें।

(7) बच्चों को करे प्रोत्साहित

परीक्षा से पहले अभिभावक को चाहिए कि बच्चे को प्रोत्साहित करें। उसके खान-पान का उचित ध्यान रखें और उसके आत्मबल को बढ़ाते रहें। बच्चों को ताना देने या किसी से उनकी तुलना करने की बजाए उनको प्रोत्साहित करना ज्यादा आवश्यक है।

(8) परीक्षा कक्ष की योजना

परीक्षा से एक रात पहले समय से सो जाए ताकि भरपूर नींद ले सके। यदि हमने दिमाग को तनाव में लाकर पहले ही थका दिया तो इसका असर अगले दिन होने वाली परीक्षा पर पड़ना स्वाभाविक है।

(9) परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचे

परीक्षा केंद्र पर आधा घंटा पहले परीक्षार्थियों को पहुंचना चाहिए। प्रवेश-पत्र साथ ले जाना न भूलें। परीक्षा हॉल में अपनी उत्तर पुस्तिका को निर्देशानुसार पूरा करें। परेशानी के दौरान अगल-बगल में किसी अन्य परीक्षार्थी से बात नहीं करें।

(10) कर्म प्रमुख और आशावादी बनें

यदि कर्म निष्ठपूर्वक किया गया है, तो उसका परिणाम भी बेहतर ही आएगा। इसलिए परीक्षा से पहले और उसके बाद भी आशावादी बनें रहें।

कोट

हर विषय मेंअधिकतम अंक लाने के लिए परीक्षार्थियों पर कई तरह के दवाब होते हैं। अगर परीक्षा के दौरान सुनियोजित तरीका अपनाते हैं, तो निश्चित रूप से उनका एग्जाम फीवर कम हो जाएगा।

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