जीवन मे कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो आगे-आगे बढना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो! जीवन मे कुछ करना है तो, मन को मारे मत बैठो, आगे-आगे बढना है तो, हिम्मत हारे मत बैठो! जीवन मे— चलने वाला मन्जिल पाता, बैठा पीछे रहता है, ठहरा पानी सडने लगता, बहता निर्मल होता है, पांव मिले चलने की खातिर, पांव पसारे मत बैठो! जीवन मे— तेज दौडने वाला खरहा, दो पल चल कर हार गया, धीरे-धीरे चल कर कछुआ, देखो बाजी मार गया, चलो कदम से कदम मिला कर,दूर किनारे मत बैठो! जीवन मे— धरती चलती, तारे चलते, चांद रात भर चलता है, किरणो का उपहार बांटने, सूरज रोज निकलता है, हवा चले तो खुशबू बिखरे, तुम भी प्यारे मत बैठो आगे आगे बढ़ना है तो हिम्मत हारे मत बैठो जीवन मे कुछ करना है तो........
प्रात:स्मरणीय मंत्र भारतीय संस्कृतिएक महान संस्कृति है, इसमें न केवल जन्म से मृत्यु तक बल्कि दिन के प्रारम्भ से लेकर अंत तक की भी, महत्वपूर्ण एवं सुन्दर प्रार्थनाओं का समावेश किया गया है। मैं इनमें से दिन के प्रारम्भ की प्रार्थनों को आपके सम्मुख लेकर आया हूं, इस आशा के साथ कि ये प्रार्थनाएं निश्चित ही आपकी शारीरिक-मानसिक-धार्मिक उन्नति में सहायक होगी। प्रातःकाल उठतेे ही अपने दोनों हाथों को आपस में रगड़े तत्पश्चात अपने हाथों का दर्शन करते हुए, निम्न श्लोक को दोहरायें- लक्ष्मी-सरस्वती-भगवान नारायण प्रार्थना मन्त्र- काराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती। करमूले तू गोविन्दः प्रभाते करदर्शनम्।।1।। हाथ के अग्रभाग में लक्ष्मी, मध्य भाग में सरस्वती तथा हाथ के मूल भाग में भगवान नारायण निवास करते हैं। अतः प्रातःकाल अपने हाथों का दर्शन करते हुए अपने दिन को शुभ बनायें। बिस्तर छोड़ने के बाद धरती पर पैर रखने से पहले निम्न श्लोक को दोहराये- मातृभूमि प्रार्थना मन्त्र- समुन्द्रवसने देवि! पर्वतस्तनमण्डले। विष्णुपत्नि!नमस्तुभ्यंपादस्पर्शं क्षमस्व मे।।2।। हे! मातृभूमि! दे
किसी को तकलीफ देना मेरी आदत नही, बिन बुलाया मेहमान बनना मेरी आदत नही...!! मैं अपने गम में रहता हूँ नबाबों की तरह, परायी खुशियो के पास जाना मेरी आदत नही...!! सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मै, किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत नही...!! बांटना चाहता हूँ तो बस प्यार और मोहब्बत, यूँ नफरत फैलाना मेरी आदत नही...!! जिंदगी मिट जाये किसी की खातिर गम नही, कोई बद्दुआ दे मरने की यूँ जीना मेरी आदत नही...!! सबसे दोस्त की हैसियत से बोल लेता हूँ, किसी का दिल दुखा दूँ मेरी आदत नही...!! दोस्ती होती है दिलों से चाहने पर, जबरदस्ती दोस्ती करना मेरी आदत नही...!! Copied from:- http://planet4orkut.blogspot.com Pyar ka punchnama - 1 नशा मोहब्बत का हो या शराब का होश दोनों में खो जाता है, फर्क सिर्फ इतना है की शराब सुला देती है, और मोहब्बत रुला देती है...!! Copied from:- http://planet4orkut.blogspot.com Pyar ka punchnama - 2. प्यार की आंच से तो पत्थर भी पिघल जाता है, सचे दिल से साथ दे तो नसीब भी बदल जाता है, प्यार की राहों पर मिल जाये साचा हमसफ़र, तो कितना भी गिरा हुआ इंसान भी संभल जा
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें