पृथ्वी के महत्वपूर्ण तथ्य

ध्यान दे :-  प्रत्येक सौर वर्ष में छह घंटे बढ़ने पर इसे हर चौथे वर्ष यानी लीप वर्ष में समायोजित कर लिया जाता है । इस लिहाज से लीप वर्ष 366 दिन का होता है । जिसकी वजह से फरवरी महीने में 28 के स्थान पर 29 दिन होते हैं .
♦ पृथ्वी का एक मात्र उपग्रह चंद्रमा है
♦ चंद्रमा की सतह और उसकी आंतरिक स्थिति का अध्ययन करने वाला विज्ञान सेनेनोलॉजी कहलाता है
♦ चंद्रमा पर धूल के मैदान को शांति सागर कहते हैं ?
♦ चंद्रमा को जीवाश्म ग्रह कहा जाता है
♦ चंद्रमा सूर्य रोशनी से चमकता है
♦ पृथ्वी अपने 23.50 अक्ष पर झुकी है
♦ जब सूर्य भूमध्य रेखा के ठीक ऊपर होता है तब उत्तरी समशीतोष्ण क्षेत्र में वसंत ऋतु होती है
♦ जब सूर्य कर्क रेखा के ठीक ऊपर होता है तो उत्तरी समशीतोष्ण क्षेत्र में ग्रीष्म ऋतु होती है
♦ जब सूर्य दोबारा भूमध्य रेखा पर वापस आता है, तब उत्तरी समशीतोष्ण क्षेत्र में शरद ऋतु होती है
♦ जब सूर्य मकर रेखा के ऊपर होता है तब उत्तरी समशीतोष्ण क्षेत्र में शीत ऋतु होती है
♦ पृथ्वी की परिक्रमण गति से साल बनते हैं
♦ सूर्य की परिक्रमा करने में पृथ्वी को 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट 46 सेकेंड यानी 365 दिन 6 घंटे  समय लगता है
♦ पृथ्वी को सूर्य की एक परिक्रमा करने में लगे वक्त को सौर वर्ष कहते हैं
♦ प्रत्येक सौर वर्ष या कैलेंडर वर्ष में 6 घंटे समय बढ़ जाता है
आकार और बनावट की दृष्टि से पृथ्वी शुक्र ग्रह के समान हैपृथ्वी को नीला ग्रह पानी की उपस्थिति के कारण कहा जाता हैसूर्य के बाद पृथ्वी का सबसे निकट का तारा प्रॉक्सिमा सेंचुरी है ?पृथ्वी सौर मंडल का एक मात्र ग्रह जिस पर जीवन हैसौर मंडल के बड़े ग्रहों में पृथ्वी का स्थान पांचवां हैपृथ्वी का विषुवतीय व्यास 12756 किलोमीटर है, इसी तरह इसका ध्रुवीय व्यास 12714 किलोमीटर है ।पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व दिशा में धूमती हैपृथ्वी अपनी धुरी का चक्कर 1610 किलोमीटर प्रति घंटे की चाल से 23 घंटे 56 मिनट 4 सेकेंड में पूरा करती है  ।पृथ्वी की घुर्णन गति से दिन और रात होता हैसमुद्र में उठने वाले ज्वार भाटे की वजह अपेक्षित सौर्य एवं चंद्रमा की शक्तियों का अनुपात 11:5 होता है ।चंद्रमा पर पाए जाने वाले चट्टानों में टाइटेनियम धातु की मात्रा सबसे अधिक हैपृथ्वी से चंद्रमा का 57 प्रतिशत भाग दिखाई देता हैचंद्रमा धरती की परिक्रमा एवं घुर्णन 27 दिन 8 घंटे में करता हैचंद्रमा का सबसे ऊंचा पर्वत लीबनिट्ज पर्वत हैचंद्रमा पर सबसे पहले पहुंचने वाले अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग एवं सर एडविन एल्डिन  थेचंद्रमा पर 21 जुलाई 1969 ई. अंतरिक्ष यात्रियों ने पहुंचने में सफलता पाईचंद्रमा पर पहली बार पहुंचने वाले अंतरिक्ष यात्री अपोलो-11 यान से गए थेजिस कक्षा में पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है उसे दीर्घवृत्तीय कहते हैंउपसौरिक एवं अपसौरिक को मिलानने वाली काल्पनिक रेखा सूर्य के केंद्र से गुजरती है, इसे एपसाइड रेखा कहते हैं ।3 जनवरी को सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी कम हो जाती है जिसे उपसौरिक कहते हैं ।जुलाई को पृथ्वी सूर्य से कुछ दूर चली जाती है इसे अपसौरिक कहते हैं ।विषवत रेखा को शून्य अंश की स्थिति माना जाता हैकिसी स्थान का समय देशांतर रेखाओं के आधार पर किया जाता हैदो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी को गोरे कहते हैं
पृथ्वी के समय के बारे में जानकारी हिंदी में
जब कभी दिन के समय सूर्य तथा पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा की वजह से दिखाई नहीं पड़ती है, इसे सूर्यग्रहण कहते हैं ।पूर्ण सूर्यग्रहण अमावस्या के रात होता हैजब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य की पूरी रोशनी चंद्रमा पर नहीं पड़ती है, इसे चंद्रग्रहण कहते हैं ।पूर्ण चंद्रग्रहण पूर्णिमा की रात होता है ?180 डिग्री देशांतर को अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा कहते हैं ।अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा आर्कटिक सागर, चुकी सागर, बेरिंग स्ट्रेट और प्रशांत महासागर से गुजरती है ?कर्क रेखा भारत, चीन और म्यांमार से गुजरती है ?ग्रीनविच माध्यम समय जीरो डिग्री देशांतर पर होता है ?ग्रीनविच माध्यम समय ग्रीनलैंज, नार्वेजियन सागर, ब्रिटेन, फ्रांस, स्पेन, अल्जीरिया, माले, बुर्कीना फासो, घाना और दक्षिणी अटलांटिक सागर से गुजरता है ?भारत का मानक समय ग्रीनविच मीनटाइम से साढ़े पांच घंटे 

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